US Presidential Election: साउथ कैरोलिना में ट्रंप से हार के बाद क्‍या बोली भारतवंशी निक्की हेली? जानें

न्‍यूयॉर्क । अमेरिका में इस साल राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। रिपब्लिकन पार्टी की ओर से इस पद पर उम्मीदवार का नामांकन पाने के मामले में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय मूल की निक्की हेली के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही थी।

हालांकि, अब निक्की हेली का दावा कमजोर पड़ रहा है लेकिन वह हार मानने के लिए तैयार नहीं दिख रही हैं। हेली को पहले ही आयोवा, न्यू हैम्पशायर और यूएस वर्जिन आइलैंड में ट्रंप के हाथों हार मिल चुकी है। नेवादा में हुए प्राइमरी में वह नोटा से हार गई थीं। अब साउथ कैरोलिना के प्राइमरी में भी उन्हें ट्रंप के आगे हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि निक्की के सामने अब क्या विकल्प हैं और वह क्या रास्ता अपनाएंगी?

साउथ कैरोलिना प्राइमरी चुनाव में निक्की हेली को काफी उम्मीदें थीं। यह उनका गृह राज्य भी है। लेकिन, यहां भी ट्रंप ने जीत हासिल की। बीते समय में कई मौकों पर निक्की, डोनाल्ड ट्रंप के मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल उठा चुकी हैं। वह यह भी कह चुकी हैं कि अगर ट्रंप एक बार फिर राष्ट्रपति बनते हैं तो देश में अफरा-तफरी की स्थिति बन जाएगी। साउथ कैरोलिना में शनिवार की रात जब ट्रंप लीड कर रहे थे तब निक्की ने कहा था कि अगर हमने गलत विकल्प चुने तो अमेरिका तबाह होने ही स्थिति में आ जाएगा। उन्होंने कहा कि यह मेरे या राजनीति के लिए नहीं है। मैं अपनी बात की पक्की हूं। मैं इस लड़ाई में पीछे हटने वाली नहीं हूं। यहां प्राइमरी के परिणाम भी रुझान जैसे ही रहे और जीत ट्रंप के खाते में आई।

‘अमेरिका ने डोनाल्ड ट्रंप व बाइडेन दोनों को नकारा’

निक्की हेली ने इस दौड़ में कम से कम सुपर ट्यूजडे (5 मार्च) तक बने रहने की बात कही है। 5 मार्च को लगभग 15 राज्यों और एक टेरिटरी में वोटिंग होगी। वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को देखा जाए तो आगामी सभी चुनावों में ट्रंप के पास बढ़त दिख रही है। हालांकि, हेली का कहना है कि वह किसी भी कारण से झुकने वाली नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब अमेरिकी नागरिकों ने बड़ी संख्या में डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन, दोनों को नकार दिया है, ऐसी स्थिति में मैं यह लड़ाई नहीं छोड़ सकती। जनता को एक विकल्प देना मेरा कर्तव्य है। देश की जनता के पास असली विकल्प पाने का अधिकार है। यह सोवियत स्टाइल का चुनाव नहीं है जहां सिर्फ एक ही उम्मीदवार हो। मैं अपनी जनता को निराश नहीं कर सकती।

ट्रंप की कानूनी अड़चनें दे सकती हैं निक्की को राहत

ट्रंप भले ही इस समय लीड कर रहे हों लेकिन वह कई कानूनी समस्याओं में भी फंसे हुए हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या ये कानूनी अड़चनें राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उनके लिए समस्या बनेंगी? पिछले साल ट्रंप अमेरिकी इतिहास के पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए थे जिनका मगशॉट लिया गया था। जॉर्जिया में 2020 के चुनाव परिणाम में कथित तौर पर छेड़छाड़ करने के लिए ट्रंप को अटलांटा की जेल में सजा काटनी पड़ी थी। इसके अलावा भी उन्हें कई मामलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अटकलें यह भी लगाई जा रही हैं कि शायद ट्रंप को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी छोड़नी पड़े। अगर ऐसा होता है तो निक्की हेली रिपब्लिकन की पहली पसंद हो सकती हैं। हालांकि, असली तस्वीर समय के साथ ही साफ होगी।