काठमांडू। नेपाल ने शुक्रवार को कहा कि भारत के साथ सीमा मुद्दे को ”वार्ता और कूटनीतिक पहल” के माध्यम से हल करने के प्रयास किए जा रहे हैं और एक संयुक्त समूह इस मामले पर काम कर रहा है।
नेपाल पांच भारतीय राज्यों – सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ 1,850 किलोमीटर से अधिक की सीमा साझा करता है। विदेश मंत्री एन। पी। सऊद ने पश्चिमी नेपाल के दधेलधुरार जिले में नेपाल प्रेस यूनियन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा, ‘‘कालापानी, लिंपियाधुरा, लिपुलेख और सुस्ता को छोड़कर सीमा पर (भारत के साथ) कई समझौते हुए हैं।”
उन्होंने कहा कि नेपाल सरकार अपनी सीमा और इसके स्वामित्व वाली भूमि के बारे में पूरी तरह से अवगत है। उन्होंने कहा कि बातचीत और कूटनीतिक पहल के माध्यम से सीमा मुद्दे को हल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त सीमा कार्य समूह नेपाल और भारत के बीच सीमा मुद्दों पर काम कर रहा है। सऊद ने कहा कि विदेश मंत्री एस। जयशंकर की हाल की नेपाल यात्रा सार्थक और महत्वपूर्ण रही थी।
उन्होंने कहा कि जयशंकर की हाल की यात्रा के दौरान, अगले 10 वर्ष के भीतर 10,000 मेगावाट बिजली का निर्यात, पंचेश्वर जलविद्युत परियोजना का निर्माण, और जाजरकोट जिले के भूकंप से बचे लोगों के लिए 10 अरब रुपये की भारतीय अनुदान राशि जैसे विभिन्न मुद्दों पर सहमति बनी थी। सऊद ने कहा कि पंचेश्वर बहुउद्देशीय परियोजना कार्यान्वयन के करीब है और इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है।