मांसाहारी खाना खुले में फेंक देने से.. नमाज बवाल के बाद VC ने बता दी वजह

अहमदाबाद। गुजरात यूनिवर्सिटी में नमाज के वक्त विदेशी मुस्लिम छात्रों पर हुए हमले को लेकर अब वॉइस चांसलर की प्रतिक्रिया सामने आई है। वीसी ने कहा है कि शनिवार को विदेशी छात्रों पर हुए हमले के पीछे नमाज ही वजह नहीं रही होगी। नीरजा गुप्ता ने कहा है कि विदेशी छात्रों की ओर से स्थानीय संस्कृति को नजरअंदाज करना भी एक वजह हो सकती है। उन्होंने दावा किया कि विदेशी छात्र मांसाहारी खाना खाते हैं और बचा हुआ खाना खुले में फेंक देने से गुजरात के शाकाहारी समाज में समस्या हो सकती है।

बातचीत में वीसी ने विदेशी स्टूडेंट्स को संवेदनशील बनाने और स्थानीय संस्कृति-मान्यता के बारे में जागरूक बनाने की आवश्यकता बताई है। शनिवार को कुछ लोग अहमदाबाद स्थित गुजरात यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में घुसे और परिसर में नमाज पढ़ रहे विदेशी छात्रों पर हमला कर दिया। हिंसा में पांच छात्रों को चोटें पहुंचीं। श्रीलंका और ताजिकिस्तान के दो छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। हिंसा का वीडियो भी खूब वायरल हुआ है।

वीसी से पूछा गया था कि शनिवार रात यूनिवर्सिटी में हिंसा कैसे भड़की? इसके जवाब में गुप्ता ने कहा, ‘किसी एक चीज (नमाज पढ़ने) की वजह से इतनी बड़ी घटना नहीं हो सकती।’ उनसे जब पूछा गया कि झड़प की और क्या वजह हो सकती है तो उन्होंने कहा कि यह धार्मिक अभ्यास नहीं सांस्कृतिक अभ्यास की बात हो सकती है। विदेशी स्टूडेंट को स्थानीय मान्यताओं के बारे में बेहतर तरीके से समझाया जा सकता है।
वीसी ने कहा, ‘उदाहरण के तौर पर वे मांसाहारी खाना खाते हैं, लेकिन गुजरात एक शाकाहारी समाज है। अवशेष फेंकना एक मुद्दा हो सकता है। यदि बचे हुए मांसाहारी खाने को खुले में फेंका जाता है तो कुत्ते इन्हें फैला देते हैं। सार्वजनिक स्थान पर सभी आते जाते हैं। चूंकि ये विदेशी स्टूडेंट हैं वे तुरंत नोटिस में आ जाते हैं। इसलिए मैंने कहा कि यह सिर्फ एक घटना को लेकर नहीं है। हम किसी के नमाज पढ़ने को लेकर इतने असंवेदनशील या असहिष्णु नहीं हैं। हमें उन्हें स्थानीय समाज, प्रथा और भावनाओं को लेकर मेंटर करना होगा ताकि वे सुरक्षित रहें।’

इस बीच गुजरात पुलिस ने हमले में हाथ होने की आशंका में कई लोगों को गिरफ्तार किया है। 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने दंगे, गैर कानूनी तरीके से एकत्रित होने, हमला करने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, अवैध प्रवेश समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। घटना की चौतरफा निंदा की गई है। विपक्षी दलों ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए राज्य की भाजपा सरकार को घेरा।