अनिल फिरोजिया को उज्जैन से फिर मौका, नाम के ऐलान में देरी पर BJP सांसद बताया ये वजह?

उज्जैन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ। मोहन यादव के गृह जिले में बीजेपी ने दूसरी सूची में लोकसभा चुनाव उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। उज्जैन सीट से सांसद रहे अनिल फिरोजिया को बीजेपी ने एक बार फिर से मौका दिया है।

टिकट मिलने के बाद मौजूदा सांसद अनिल फिरोजिया ने नाम की घोषणा में हुई देरी का कारण बताया। उन्होंने कहा कि उज्जैन लोकसभा सीट पूरी तरह संगठन की सीट है, वह तो केवल एक नाम मात्र है जो पार्टी के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए पार्टी को अधिकार है कि वह कभी भी टिकट की घोषणा कर सकती है।

मध्य प्रदेश में बीजेपी ने पहली सूची में 24 उम्मीदवारों की घोषणा करते हुए 5 लोकसभा सीट को होल्ड पर रखा था। इन पांच लोकसभा सीट के उम्मीदवारों की घोषणा अब हो चुकी है। उज्जैन, इंदौर, धार, बालाघाट और छिंदवाड़ा से भी बीजेपी ने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है। अब उन कारणों को लेकर भी नई जानकारियां सामने आ रही है, जिसकी वजह से पार्टी ने पांच लोकसभा सीटों को होल्ड पर रखा था।

अनिल फिरोजिया को उज्जैन से फिर मौका

उज्जैन-आलोट सीट से उम्मीदवार बनाए गए मौजूदा सांसद अनिल फिरोजिया ने बताया कि उज्जैन लोकसभा सीट पूरी तरह पार्टी की सीट है। पार्टी पूरे प्रदेश के समीकरणों पर विचार करने के बाद उज्जैन की सीट की घोषणा करती है, यह पार्टी का अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी ने उन्हें दूसरी बार मौका दिया है। इसके लिए उनके पास धन्यवाद देने के लिए शब्द नहीं हैं। अनिल फिरोजिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मध्य प्रदेश के सभी 29 सीट बीजेपी जीतने वाली है।

उज्जैन सीट पर थे बीजेपी के कई दावेदार

उज्जैन लोकसभा सीट पर बीजेपी का टिकट हासिल करने वाले नेताओं की कमी नहीं थी। यहां पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य डॉक्टर सत्यनारायण जटिया के परिवार के सदस्य भी दावेदार माने जा रहे थे। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यपाल थावरचंद गहलोत के परिवार के सदस्य भी लोकसभा टिकट के लिए दावेदारों की सूची में शामिल रहे हैं।

इसी तरह पूर्व सांसद चिंतामणि मालवीय, विधायक सतीश मालवीय, भाजपा मीडिया प्रभारी दिनेश जाटवा, विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष प्रभु लाल जाटवा, सुरेश गिरी, रामचंद्र कोरट, महापौर मुकेश टटवाल, पूर्व महापौर मदनलाल ललावत, गौरव धाकड़ जैसे कई नाम दौड़ में शामिल थे। इतनी अधिक प्रतिस्पर्धा के बावजूद इसका लाभ भी मौजूदा सांसद अनिल फिरोजिया को मिल गया।