‘कोई भी देश, हमें हुक्म नहीं दे सकता’, पाकिस्तान ने कहा- आंतरिक मामले में दखल न दें अमेरिका

Ministry of Foreign Affairs - Pakistan on Instagram: "A group of @asean  diplomats were briefed by Spokesperson Mumtaz Zahra Baloch on 🇵🇰 foreign  policy & relations with ASEAN. She underlined importance of

नई दिल्‍ली । पाकिस्तान ने अमेरिका को आंखें दिखाते हुए उसके निर्देश को मानने से इनकार कर दिया है। दरअसल अमेरिका ने अपने एक बयान में कहा था कि पाकिस्तान के आम चुनाव में हुई कथित धांधली की पूरी निष्पक्षता और पार्दर्शिता के साथ जांच होनी चाहिए।

अब पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर अमेरिका के निर्देश को मानने से साफ इनकार कर दिया है और कहा है कि ‘कोई भी देश, पाकिस्तान को हुक्म नहीं दे सकता है।

‘कोई भी देश, पाकिस्तान को हुक्म नहीं दे सकता

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘कोई भी देश, पाकिस्तान को हुक्म नहीं दे सकता। पाकिस्तान एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र है।’ मुमताज जहरा बलोच ने कहा कि ‘पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में फैसले करने का अधिकार हमारा है।’ दरअसल पाकिस्तान में बीती 8 फरवरी को हुए आम चुनाव में धांधली के आरोप लग रहे हैं। इमरान खान की पार्टी चुनाव में कथित धांधली के गंभीर आरोप लगा रही है। इसे लेकर हाल ही में अमेरिका के विदेश विभाग से जब सवाल पूछा गया तो अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैट मिलर ने कहा कि चुनाव में किसी भी कथित धांधली की पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए। अपने एक अन्य बयान में मैट मिलर ने ये भी कहा कि पाकिस्तान चुनाव में धांधली के आरोपों से हम चिंतित हैं और हम चाहते हैं कि इन मामलों की जल्द और सही से जांच होनी चाहिए।

चुनाव आयोग ने पीटीआई के आरोपों को खारिज कर दिया

अमेरिका के बयान पर पाकिस्तान के विदेश विभाग ने कड़ी नाराजगी जताते हुए प्रतिक्रिया दी। इमरान खान की पार्टी पीटीआई चुनाव में धांधली के आरोप लगा रही है। हालांकि पाकिस्तान के चुनाव आयोग और कार्यवाहक सरकार ने पीटीआई के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि जिस भी पार्टी को चुनाव नतीजों पर शंका है, उनके लिए कानूनी कार्यवाही का विकल्प खुला है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के कुछ मुस्लिम नेताओं ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से अपील की है कि वे पाकिस्तान की नई सरकार को मान्यता न दे, जब तक पाकिस्तान में हुए आम चुनाव की निष्पक्षता से जांच न हो जाए।