शपथ ग्रहण में ऐसा क्या बोल गईं स्वाति मालीवाल कि उपराष्ट्रपति को टोकना पड़ा, देखें वीडियो

नई दिल्‍ली । आम आदमी पार्टी की ओर से स्वाति मालीवाल ने राज्यसभा में सांसद के तौर पर शपथ ली। हालांकि, स्वाति ने कुछ ऐसा किया कि उन्हें एक बार नहीं ब्लकि दो बार शपथ लेनी पड़ी। उनकी एक हरकत की वजह से उपराष्ट्रपति को उन्हें टोकना पड़ा। और बताना पड़ा कि आपने जो किया है इसकी वजह से आपको दोबारा शपथ लेना होगा। स्वाति का वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आप भी देखें यह वीडियो।

दरअसल, स्वाति, हरे रंग की साड़ी में पहुंची थी। शपथ लेने से पहले स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर पर पूर्जा अर्चना की।

दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि उनका परिवार उनके सक्रिय राजनीति में आने से डरा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि वह सरकार से सवाल करने या इसके लिए जेल जाने से नहीं डरतीं। बुधवार को सांसद पद की शपथ से पहले मालीवाल ने अपने आवास पर ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा कि औपचारिक रूप से जिस क्षण वह औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण करेंगी, वह उनके जीवन का ”बेहतरीन” और ”महत्वपूर्ण” अवसर होगा।

पहली बार सांसद होने के नाते मुझ पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी

उन्होंने कहा, ”मैं बेहद उत्साहित हूं। पहली बार सांसद होने के नाते मुझ पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मुझे लगता है कि मैं हमेशा एक कार्यकर्ता रही हूं और आगे भी रहूंगी। मैं जमीनी स्तर के मुद्दे उठाऊंगी और मैं इसका इंतजार कर रही हूं।” मालीवाल ने कहा कि उन्होंने अब तक जो हासिल किया है उस पर उन्हें गर्व है। उनका सफर ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ आंदोलन की कोर समिति की सदस्य के रूप में शुरू हुआ था जो दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख और अब राज्यसभा सदस्य के तौर जारी है।

मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं राज्यसभा तक पहुंचूंगी

मालीवाल ने कहा, ”मेरा यह सफर मुझे महसूस कराता है कि भगवान हैं और उन्होंने हमेशा मेरी रक्षा की है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं राज्यसभा तक पहुंचूंगी। यह मेरा लक्ष्य या अभिलाषा नहीं थी।” उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह मेरे जीवन का सबसे बेहतरीन और महत्वपूर्ण क्षण होगा। उसके बाद मेरे जीवन का हर क्षण इस देश की सेवा के लिए समर्पित होगा।

उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि लोकतंत्र में संसद सबसे पवित्र स्थल है और प्रत्येक सांसद की जिम्मेदारी है कि वह सरकार को जवाबदेह बनाए रखे।

देश का लोकतंत्र खतरे में

दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ”पिछले संसद सत्र में 146 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। अब सवाल कौन पूछेगा?” उन्होंने कहा कि देश का लोकतंत्र खतरे में है। मालीवाल ने कहा, ”अगर सरकार से सवाल करते हैं तो आपको निलंबित कर दिया जाता है या आपके खिलाफ मामला दर्ज करा दिया जाता है या जांच एजेंसियों को आपके पीछे लगा दिया जाता है।

उन्होंने कहा, मेरे अंदर कोई डर नहीं है। ज्यादा से ज्यादा वे मुझे जेल में डाल देंगे। मैं जान देने या धमकियों से नहीं डरती। मैं मरते दम तक लड़ती रहूंगी।


Warning: Undefined array key "share_counts" in /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-content/plugins/simple-social-buttons/simple-social-buttons.php on line 477

Fatal error: Uncaught TypeError: Cannot access offset of type string on string in /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-content/plugins/simple-social-buttons/simple-social-buttons.php:477 Stack trace: #0 /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-includes/class-wp-hook.php(324): SimpleSocialButtonsPR->ssb_footer_functions() #1 /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-includes/class-wp-hook.php(348): WP_Hook->apply_filters() #2 /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-includes/plugin.php(517): WP_Hook->do_action() #3 /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-includes/general-template.php(3080): do_action() #4 /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-content/themes/newsmatic/footer.php(64): wp_footer() #5 /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-includes/template.php(810): require_once('/home/webhutor/...') #6 /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-includes/template.php(745): load_template() #7 /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-includes/general-template.php(92): locate_template() #8 /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-content/themes/newsmatic/single.php(68): get_footer() #9 /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-includes/template-loader.php(106): include('/home/webhutor/...') #10 /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-blog-header.php(19): require_once('/home/webhutor/...') #11 /home/webhutor/ajaybharat.com/index.php(17): require('/home/webhutor/...') #12 {main} thrown in /home/webhutor/ajaybharat.com/wp-content/plugins/simple-social-buttons/simple-social-buttons.php on line 477