”मम्मी-पापा” मैं जेईई नहीं कर सकती, कोटा में एक और छात्रा ने की खुदकुशी

कोटा। कोटा में एक और छात्रा ने खुदकुशी कर ली है। वह यहां पर जेईई मेंस परीक्षा की तैयारी कर रही थी। मृतक छात्रा बोरखेड़ा की रहने वाली थी। मृतका छात्रा की 31 जनवरी को जेईई मेंस की परीक्षा होनी थी। बताया जा रहा है कि पढ़ाई के दौरान डिप्रेशन में आकर उसने यह कदम उठाया है। छात्रा ने कथित सुसाइड नोट में लिखा, ”मम्मी-पापा मैं जेईई नहीं कर सकती, इसलिए आत्महत्या कर रही हूं। मैं सबसे खराब बेटी हूं, सॉरी मम्मी-पापा।”

सूचना के बाद मौके पर पहुंची बोरखेडा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच में जुट गई है। मृतक के परिजनों ने बताया कि निहारिका पढ़ने में बहुत इंटेलीजेंट थी। बता दें कि यह इस साल का दूसरा मामला है, वहीं पिछले साल छात्रों द्वारा 29 आत्महत्या के मामले सामने आए थे।

पुलिस ने बरामद किया सुसाइड नोट
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, कोटा में बीते एक सप्ताह के अंदर आत्महत्या का ये दूसरा मामला है। पुलिस को मृतक छात्रा का एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। कोटा में सोमवार (29 जनवरी) को निहारिका (18) नाम की छात्रा ने आत्महत्या कर लिया। वह जेईई मेंस की तैयारी कर रही थी, आत्महत्या से पहले उसने अपने माता-पिता को एक सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें उसने लिखा, “मैं जेईई नहीं कर सकती, इसलिए मैं आत्महत्या करने जा रही हूं। मैं लूजर हूं, मैं एक खराब बेटी हूं। मम्मी पापा मुझे माफ कीजिये, यही लास्ट आप्शन है।”

31 जनवरी को है मृतका का जेईई मेंस
मृतक निहारिका बुधवार (31 जनवरी) को जेईई मेंस की परीक्षा थी। परिवार वालों के मुताबिक, निहारिक पढ़ाई में बहुत इंटेलीजेंट थी। परीक्षा से दो दिन पहले उसने डिप्रेश में आकर कोटा स्थित अपने कमरे में गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर लिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है, जांच में पुलिस मृतका के कमरे से सुसाइड नोट मिला है।

इससे पहले 23 जनवरी को भी नीट की तैयारी करने वाले एक छात्र ने आत्महत्या कर लिया था। मृतक का नाम मोहम्मद जैद था, वह यूपी के मुरादाबाद का रहने वाला था। मोहम्मद जैद एक प्राइवेट कोचिंग से नीट की तैयारी कर रहा था। पुलिस को मृतक मोहम्मद जैत का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।

साल 2023 में 29 छात्रों ने की आत्महत्या
शिक्षा की नगरी कही जाने वाली कोटा में छात्रों के डिप्रेशन में आकर आत्महत्या करने के मामले बढ़े हैं। हालांकि स्थानीय प्रशासन इस पर अंकुश लगाने के लिए छात्रों के गाइडेंस और मोटिवेश के लिए कार्यक्रम आयोजित करता रहा है। साल 2023 में 29 छात्रों ने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठाया।