गांधीनगर। गुजरात के औद्योगिक विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा हर दो वर्ष में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का आयोजन किया जाता है। इस बार भी उद्योगों के साथ कला-संस्कृति एवं ई-कॉमर्स का श्रेष्ठ संयोजन देखने को मिल रहा है। महात्मा मंदिर में समिट के 10वें संस्करण में हैंडलूम हैंडिक्राफ्ट सहित सभी कलाकारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्लेटफॉर्म प्रदान किया है।
महात्मा मंदिर कैम्पस में ‘गरवी गुर्जरी’ हाट बाजार का आयोजन किया गया है, 33 जिलों के विभिन्न 58 उत्पाद बिक्री के लिए रखे गए हैं। इनमें गर्म शॉल, बांधणी (बंधेज) दुपट्टा, साड़ी, अकीक के साज-सज्जा के सामान शामिल हैं।
इस हाट बाजार की विशेषता यह है कि वस्तुओं की खरीदारी करने के बाद भुगतान नकद में नहीं, बल्कि केवल यूपीआई पेमेंट द्वारा किया जाता है। वाइब्रेंट गुजरात के हाट बाजार में गरवी गुर्जरी के कारीगरों द्वारा एक दिन में 73 हजार रुपए से अधिक के उत्पादों की बिक्री हुई।
गरवी गुर्जरी हाट में ऑनलाइन तथा इंटरनेशनल कार्ड एवं यूपीआई द्वारा पेमेंट स्वीकार किया जाता है। पिछले कुछ वर्षों से ऑनलाइन पेमेंट अब बहुत आसान व सुरक्षित बना है। इसके चलते अधिकांश लोग इसका उपयोग कर रहे हैं। यहां कला एवं ई-कॉमर्स का श्रेष्ठ संयोजन देखने को मिल रहा है।