EVM पर दिग्विजय सिंह का बड़ा बयान, मशीन में गड़बड़ी का डेमो दिखाया, चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप

Congress will get clear majority in Madhya Pradesh, says Digvijaya Singh

नई दिल्‍ली । पूर्व मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बुधवार को एक बार फिर ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, “मेरा आरोप है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं है दबाव में है। चुनाव आयोग से हम निष्पक्षता की उम्मीद करते हैं। ईवीएम का सारा काम प्राइवेट लोगों के हाथ में है। जब सॉफ्टवेयर ही सब करता है तो वही सॉफ्टवेयर तय करेगा सरकार किसकी बनेगी।” उन्होंने ईवीएम में गड़बड़ी का डेमो भी दिखाया।

दिग्विजय सिंह ने कहा, “मैंने मुख्यमंत्री काल में टीएन सेशन साहब का जमाना देखा है। हम लोग कुछ कह दें तो ईसीआई (इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया) नोटिस दे देता है। नरेंद्र मोदी कर्नाटक में कहें कि बजरंग बली की जय बोलो और कमल का बटन दबाओ तो उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं होता। कई बार मेरी बात पर आप लोग और मेरी पार्टी भी भरोसा नहीं करती है।”

2024 के बाद लोकतंत्र नहीं रहेगा

दिग्विजय सिंह ने भविष्यवाणी की है कि 2024 के बाद लोकतंत्र नहीं रहेगा। उन्होंने कहा, “हमें ईवीएम के वीवीपैट और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भरोसा नहीं। केवल सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है। 2024 के बाद लोकतंत्र नहीं रहेगा। चुनाव बैलेट पेपर से हों। चुनाव आयोग को ईवीएम से इतना ही प्रेम है तो वीवीपैट की पर्ची वोटर के हाथ में दे।

उन्होंने पूछा, “आस्ट्रेलिया की तर्ज पर वीवीपैट पब्लिक डोमेन में क्यों नहीं डालते। आज विश्व में 5 देश ऐसे हैं, जहां EVM से वोट डाला जाता है। यहां सॉफ्टवेयर पब्लिक डोमेन में है। हमारे यहां 2003 से ही ऐसा नहीं है। कहते हैं इसमें समय लगेगा। अगर 5 साल के लिए सरकार तय करने के लिए 24-48 घंटे का समय भी नहीं दे सकते, हमसे हफ्ते भर ईवीएम की रखवाली कराते हैं, तो ईमानदारी से वोटिंग और काउंटिंग क्यों न हो।

सॉफ्टवेयर का हो सकता है दुरुपयोग

चुनाव आयोग का कहना है कि सॉफ्टवेयर को पब्लिक डोमेन में नहीं रख सकते क्योंकि इसका दुरुपयोग हो सकता है। उनका तर्क है कि सॉफ्टवेयर का दुरुपयोग हो सकता है और इससे चुनाव प्रक्रिया पर संदेह हो सकता है।

MP में 230 सीटों पर गड़बड़ी: दिग्विजय

दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश में हुए चुनावों पर भी राय दी और कहा, “मप्र में 230 सीटों पर गड़बड़ी की। कर्नाटक में हमारी सरकार बनी। भाजपा को जहां पता है कि उनकी पार्टी वहां है ही नहीं, ऐसी जगह में ईवीएम में गड़बड़ी नहीं करेंगे। मध्यप्रदेश में 230 सीटों पर गड़बड़ी की। 120-130 सीटों पर नहीं। 10% का स्विंग किया, इसलिए हम कुछ सीटें 60-70 हजार एक लाख से हार गए।

दिग्विजय सिंह ने अमित शाह की ओर इशारा करते हुए कहा, “अमित शाह दर-दर भटके और खेल किया: 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में चुनिंदा सीटों पर खेल किया था। केंद्र के दो-दो मंत्री यहां तैनात किए गए। जब शिवराज सिंह के नेतृत्व में बीजेपी 60-70 सीटों पर जीती थी, तब अमित शाह दर-दर भटके और फिर ये पूरा खेल किया गया।

सॉफ्टवेयर का हो सकता है दुरुपयोग: दिग्विजय

दिग्विजय सिंह ने सॉफ्टवेयर की विशेषता पर सवाल उठाया और कहा, “ईवीएम प्रामाणिकता को लेकर कोई भी जानकारी नहीं है। सॉफ्टवेयर कौन डाल रहा है, इसकी कोई जानकारी भी नहीं है। सॉफ्टवेयर बनाने वाला, डालने वाला और सॉफ्टवेयर ही तय करेगा कि सरकार किसकी बनेगी। वोट डालने के बाद 7 सेकेंड के लिए वीवीपैट में लाइट जलती है। वोटर सिर्फ इसमें पर्ची देखकर चला जाता है।