क्या आप भी भूल जाते हैं रोज की छोटी-छोटी बातें,फूड आइटम्स की मदद से बना सकते हैं याददाश्त को मजबूत

नई दिल्ली। हम अपनी रोज की लाइफ में इतना व्यस्त होते हैं कि ब्रेक लेने का समय ही नहीं मिल पाता है। इस वजह से, हमारे दिमाग की सेहत बिगड़ सकती है। दिनभर का स्ट्रेस, थकान, पोषक तत्वों की कमी आदि की वजह से आपके दिमाग की सेहत खराब होने लगती है और उसके फंक्शन पर प्रभाव पड़ने लगता है।

इसके फंक्शन में चीजों को याद रखना भी शामिल है। इंटरनेट के जमाने में चारों तरफ से इन्फॉर्मेशन आती रहती है, जिस कारण से हमारे दिमाग के पास इतनी जानकारी इकट्ठी हो जाती है कि वह महत्वपूर्ण बातों को भी याद नहीं रख पाता है। इसलिए याददाश्त को तेज बनाना बेहद जरूरी होता है। इसमें कुछ फूड आइटम्स आपकी मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं, किन फूड आइटम्स को अपनी डाइट में शामिल कर, आप अपनी याददाश्त को तेज बना सकते हैं।

नट्स
बादाम और अखरोट आपके दिमाग के लिए सुपर फूड की तरह होते हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटी-ऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं, जो ऑक्सिडेटिव डैमेज से बचाते हैं। इस वजह से, आपके दिमाग के सेल्स कम डैमेज होते हैं और वह बेहतर तरीके से काम कर पाते हैं। ऑक्सिडेटिव डैमेज कम होने की वजह से, आपके कॉन्गनिटिव फंक्शन में कोई दिक्कत नहीं आती है।

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सालमन
सालमन में काफी मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो आपके ब्रेन के फंक्शन के लिए बेहद फायदेमंद होता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड दिमाग के न्यूरॉन्स बनाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए सालमन को अपनी डाइट में शामिल करने से ब्रेन को हेल्दी रख सकते हैं और आपकी याददाश्त भी तेज बेहतर बनेगी।

डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट में फ्लेवेनॉइड्स पाए जाते हैं, जो दिमाग के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। ये हमारे ब्रेन में होने वाले ऑक्सिडेटिव डैमेज को कम करते हैं, जिससे दिमाग की फंक्शनिंग में कोई समस्या नहीं होती है।

ब्रोकली
ब्रोकली में एंटी-ऑक्सिडेंट्स के साथ-साथ विटामिन-के भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपके दिमाग के लिए काफी आवश्यक होते हैं। इसलिए इसे अपनी डाइट में शामिल करने से आपकी याददाश्त मजबूत बन सकती है।

बेरीज
बेरीज में एंटी-ऑक्सिडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं, जो आपकी ब्रेन के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। हमारे दिमाग में मौजूद सेल्स में उम्र के साथ ऑक्सिडेटिव डैमेज होता है, जिस वजह से वह धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है और हमारी याददाश्त कमजोर हो सकती है।