नई दिल्ली । केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के नेता रविंद्र वायकर के ठिकाने पर छापेमारी की है. वायकर के ठिकाने के अलावा 6 और ठिकानों पर ईडी ने रेड मारी है। यह छापेमारी एक फाइव स्टार होटल से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की जा रही है। जानकारी के मुताबिक ईडी की टीम ने मुंबई के जोगेश्वरी इलाके में एक लग्जरी होटल के निर्माण में अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शिवसेना (यूबीटी) विधायक रवींद्र वायकर से जुड़ी संस्थाओं के परिसरों पर छापेमारी की।
जोगेश्वरी से विधायक हैं वायकर
बता दें कि 64 साल के वायकर उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट से विधायक हैं. वायकर महाराष्ट्र विधानसभा में जोगेश्वरी पूर्व निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. ईडी का मनी लॉन्ड्रिंग मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की एफआईआर से जुड़ा है, जिसमें विधायक पर एक बगीचे के लिए आरक्षित भूखंड पर पांच सितारा होटल के निर्माण के लिए अवैध रूप से मंजूरी प्राप्त करने का आरोप लगा है. आरोप है कि इस डील से बीएमसी को भारी नुकसान हुआ है।
पुरानी FIR के आधार पर एक्शन
ईडी ने भूमि उपयोग की शर्तों में कथित रूप से हेरफेर करके जोगेश्वरी में एक स्टार-होटल के निर्माण से संबंधित मामले में दर्ज पुलिस एफआईआर के आधार पर नवंबर में शिवसेना (यूबीटी) विधायक रवींद्र वायकर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. हालांकि, बाद में बीएमसी ने वायकर को दी गई होटल निर्माण की अनुमति रद्द कर दी थी. सूत्रों के मुताबिक आरोप है कि वायकर ने दो साल पहले अनुमति मांगते समय बीएमसी के साथ अपने 2004 के त्रिपक्षीय समझौते के विवरण का खुलासा नहीं किया था।
BMC ने प्लॉट किया आरक्षित
जिस प्लॉट पर विवाद हुआ है, वह जोगेश्वरी पूर्व में है और बीएमसी ने कुछ दशक पहले इस पर खुली जगह आरक्षित कर दी थी. यह प्लॉट मूल रूप से फिल्म स्टूडियो महल पिक्चर्स कंपनी के स्वामित्व में था और 2004 में सुप्रीमो क्लब नाम के प्लॉट के 30 प्रतिशत हिस्से पर एक क्लब विकसित करने के लिए त्रिपक्षीय समझौते के तहत वायकर ने खरीदा था।