नई दिल्ली। कई लोगों ने सरयू नदी में डुबकी लगाई जबकि अन्य लोगों ने प्रतिष्ठित लता मंगेशकर चौक पर एकत्र होकर नए साल के पहले दिन का स्वागत किया। इसके अलावा, उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाओं के एक समूह द्वारा शहर के मध्य में एक रंगारंग शोभा यात्रा निकाली गई।देश के अन्य हिस्सों की तरह उत्तर प्रदेश में भगवान राम की नगरी अयोध्या में भी पूरे उत्साह और उल्लास के साथ नववर्ष का पहला दिन मनाया गया। नववर्ष के पहले दिन सोमवार को अयोध्या में बड़ी संख्या में लोग भगवान रामलला के दर्शन के लिए पहुंचे।
सड़कों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ने के कारण राम पथ पर यातायात संबंधी प्रतिबंध लगा दिए गए। ज्यादातर श्रद्धालु शहर के मंदिरों, विशेष रूप से रामजन्मभूमि मंदिर और हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रवेश करने के लिए लंबी कतारों में लगे हुए थे।
इस दौरान ड्यूटी पर तैनात एक यातायात पुलिसकर्मी ने कहा कि इस नए साल में अयोध्या में भीड़ अधिक लग रही है क्योंकि निर्माणाधीन राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को है। ‘जय श्री राम’ के नारों के बीच नए साल का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में लोग 31 दिसंबर की रात लता मंगेशकर चौक पर एकत्र हुए थे।
रविवार रात 11 बजे स्थानीय लोगों ने सेल्फी और तस्वीरें लेने के लिए प्रतिष्ठित चौराहे पर आना शुरू कर दिया। जैसे ही घड़ी ने 12 बजाए, लोगों का एक समूह एक साथ आया और ‘नववर्ष मंगलमय हो’ के नारे लगाए और बाद में कुछ ने ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगाए।