अयोध्या। अयोध्या एयरपोर्ट के नाम को लेकर उद्घाटन से पहले नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का बड़ा बयान सामने आया है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये ऐतहासिक दिन है और ये केवल अयोध्या या यूपी के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए है। भगवान श्रीराम के मंदिर की स्थापना व प्राण-प्रतिष्ठा से पूर्व अयोध्या को देश और दुनिया से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने ये कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर की कलाकृति भी एयरपोर्ट पर देखने को मिलेगी। एयरपोर्ट मंदिर के स्वरूप में बनाया गया है। एयरपोर्ट के अंदर भगवान श्रीराम के जीवन के दृश्य अलग-अलग कला के रूप में और पेंटिंग के रूप में दर्शाए गए हैं।
अब नागरिक उड्डयन मंत्री ने साफ किया है कि अभी तक कोई नाम फाइनल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि नाम प्रधानमंत्री फाइनल करेंगे। कैबिनेट से नाम को मंजूरी मिलेगी। दरअसल, पहले कहा जा रहा था रामनगरी में बने हवाई अड़्डे का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अयोध्या एयरपोर्ट होगा। फिर कल महर्षि वाल्मीकि अयोध्या एयरपोर्ट नाम रखने की बात आई थी।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अयोध्या आगमन 30 दिसम्बर शनिवार को तय हो गया है। वह यहां श्रीराम एयरपोर्ट व अयोध्या धाम जंक्शन के साथ करीब 11 हजार करोड़ की परियोजनाओं का भी लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे। इन योजनाओं में जन्मभूमि पथ व उस पर निर्माणाधीन परियोजनाएं भी शामिल हैं।
यूपी कैबिनेट ने दी थी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डा के नाम को मंजूरी
दरअसल, उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने अयोध्या एयरपोर्ट नाम को लेकर फैसला लिया था। योगी सरकार ने अयोध्या एयरपोर्ट का नामकरण मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डा अयोध्या किए जाने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई थी। मंत्रिपरिषद ने अयोध्या स्थित एयरपोर्ट का नामकरण मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डा अयोध्या किए जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी थी। इसके साथ ही एयरपोर्ट का नाम बदलने के संबंध में विधानसभा में पारित करने के लिए प्रस्तावित संकल्प के आलेख को भी अनुमोदित कर दिया गया । मंत्रिपरिषद द्वारा अनुमोदित इस संकल्प को राज्य विधानसभा से पारित कराकर प्रस्ताव नागर विमानन मंत्रालय को भेजा गया था।