नई दिल्ली। बजरंग पूनिया ने लिखा है कि जिन बेटी-बेटियों को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का ब्रांड अंबेसडर बनना था, उन्हें अपने खेल से ही बाहर होना पड़ा है। इसके बाद भी हम ‘सम्मानित’ पहलवान कुछ भी नहीं कर सके। यह हमारे लिए कचोटने वाली बात है।
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद पर बृजभूषण शरण सिंह के करीबी के चुनाव जीतने पर पहलवान बजरंग पूनिया ने पद्म श्री पुरस्कार लौटा दिया है। शुक्रवार को उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि यह चुनाव बताता है कि पहलवानों का भविष्य अब सुरक्षित नहीं रहेगा। इससे पहले गुरुवार को साक्षी मलिक ने खेल ही छोड़ने का ऐलान कर दिया था। बजरंग पूनिया ने यह सम्मान ट्विटर पर एक खत लिखकर लौटाने का ऐलान किया है। इसमें उन्होंने सीधे पीएम नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए लिखा है कि मुझे अर्जुन अवॉर्ड, खेल रत्न और पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था। मेरा हर जगह अर्जुन अवार्डी कहकर सम्मान किया जाता रहा है, लेकिन जब हम महिला पहलवानों का ही सम्मान सुरक्षित नहीं रख सके तो फिर इनके बोझ तले दबकर मैं अपनी जिंदगी नहीं जी पाऊंगा।