भारतीय महिला क्रिकेट टीम में 3 बड़ी कमियां, कोच-कप्‍तान ने भी स्‍वीकार किया, हार की ये बड़ी वजह

अमोल मुजुमदार ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कमियों को गिनाया है।, क्रिकेट  न्यूज

नई दिल्‍ली । भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian women’s cricket team)को ऑस्ट्रेलिया (Australia)के हाथों T20I सीरीज में भी मात झेलनी पड़ी(had to face defeat) है। ऑस्ट्रेलिया ने वनडे सीरीज 3-0 और टी20 सीरीज 2-1 से अपने नाम की। आखिरी टी20 मैच में मिली हार के बाद टीम के कोच अमोल मुजुमदार और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टीम की कमियों को गिनाया है। कोच और कप्तान का मानना है कि फिटनेस, फील्डिंग और डीआरएस पर फोकस ना होने की वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा।

कप्तान हरमनप्रीत कौर ने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में कहा, “पिछले महीने हमने अच्छा क्रिकेट खेला, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने व्हाइट बॉल क्रिकेट में हमसे बेहतर खेला। लाल गेंद वाले क्रिकेट में, हम जानते हैं कि हमारे पास विश्लेषण करने के लिए समय है, लेकिन सफेद गेंद में हमें तैयार रहना होगा। हमें तेजी दिखाने की आवश्यकता है। हम वापस जाएंगे और कुछ क्षेत्रों पर काम करेंगे।” कप्तान कौर ने ये भी माना है कि फिटनेस और फील्डिंग की चिंता टीम के साथ है।

उन्होंने कहा, “पहले टी20 मैच में फील्डिंग ने माहौल तैयार किया, लेकिन आखिरी दो मैचों में हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। इस ब्रेक के बाद हम अपनी फिटनेस और फील्डिंग पर काम करेंगे और मजबूत होकर वापसी करेंगे। युवा खिलाड़ी अच्छे हैं, जब भी उन्हें अवसर मिल रहा है वे 100 प्रतिशत प्रदर्शन कर रहे हैं। मुझे लगता है कि हम हमेशा लड़ते रहते हैं, ये बात उन्हें भी पता है। मुझे अपनी टीम पर गर्व है, वे (ऑस्ट्रेलिया) एक अनुभवी टीम हैं और उनके अनुभवी खिलाड़ी बड़ी भूमिका निभाते हैं। यह ऐसी चीज है, जिसे हमें उनसे सीखने की जरूरत है।

 

टीम के कोच अमोल मुजुमदार का भी कुछ ऐसा ही मानना है। उन्होंने कहा, “सफेद गेंद वाले क्रिकेट में हमें वास्तव में अपनी फील्डिंग और अपनी फिटनेस पर ध्यान देने की जरूरत है। उम्मीद है कि अगले महीनों में मुझे इस पर काम करने का मौका मिलेगा। ये कुछ ऐसे क्षेत्र हैं, जिनकी पहचान हमने एक ग्रुप के रूप में मानक स्तर को ऊपर उठाने के लिए की है।” मुख्य कोच ने डीआरएस को लेकर भारत की सहजता में स्पष्ट कमी के बारे में भी बात की।

उन्होंने कहा, “जिन क्षेत्रों पर गौर करना है, उनमें फील्डिंग, फिटनेस और डीआरएस है। हमें इसकी आदत डालनी होगी, इसमें सुधार करना होगा। खेलों के आगे बढ़ने के साथ, भले ही उन्हें इसे डब्ल्यूपीएल में लेने की आदत हो जाए, हमें बेहतर समझ हो सकती है। मैंने सीरीज से पहले कहा था कि यह गेमचेंजर हो सकते हैं और मैं अब भी उस पर कायम हूं। हमें इस पर काम करने की जरूरत है।” ऑस्ट्रेलिया ने व्हाइट बॉल सीरीज में 6 में से 5 मुकाबले जीते हैं।