भोपाल । मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बड़ी हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने साफ कर दिया है कि वह दिल्ली नहीं जाएंगे और मध्य प्रदेश में ही सक्रिय रहेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पिछले दिनों विदेश प्रवास पर थे और वह विधानसभा सत्र के दौरान सदस्यता की शपथ नहीं ले पाए थे। सोमवार को उन्होंने विधानसभा सदस्य की शपथ ली। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कमलनाथ को विधायक की शपथ दिलाई। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित तमाम बड़े नेता मौजूद रहे।
विधानसभा सदस्य की शपथ लेने के बाद कमलनाथ ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा की उन्हें एक बार फिर विधायक चुने जाने के बाद राज्य की सेवा का मौका मिला है, वह इससे खुश हैं। कमलनाथ के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद दिल्ली जाने की चर्चाएं जोरों पर रही हैं और इसी को लेकर जब पूछा गया कि क्या आप दिल्ली जाएंगे तो उन्होंने साफ कर दिया कि वह मध्य प्रदेश में ही सक्रिय रहेंगे और दिल्ली क्यों जाएंगे।
देश में कांग्रेस के साथ बने विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन का कमलनाथ हिस्सा नहीं हैंं, इसी के चलते वह आपसी समन्वय की बैठकों में भी नजर नहीं आ रहे हैं। सियासी गलियारों में चर्चा है कि उनसे पार्टी हाईकमान नाराज है। जब उनसे पूछा गया क्या हाई कमान आपसे नाराज चल रहा है ,तो कमलनाथ का एक ही जवाब था कि हाईकमान से ही पूछिएगा।