पाकिस्तान में खतरे में लोकतंत्र, बिलावल ने दी आंदोलन की चेतावनी

इस्लामाबाद। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी देश के राजनीतिक परिदृश्य से नाखुश हैं। आठ फरवरी के आम चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ हो रहे देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के बीच सिंध में चुनावी जीत का जश्न मनाते हुए बिलावल ने कल (रविवार) थट्टा में यौम-ए-तशाकुर रैली में अपनी नाखुशी का खुला इजहार किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ”लोकतंत्र या महासंघ खतरे में पड़ेगा तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।”

एक न्यूज के अनुसार, यौम-ए-तशाकुर रैली में बिलावल ने पार्टी समर्थकों से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया। उन्होंने इस मौके पर पीपीपी संस्थापक जुल्फिकार अली अपनी मां पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि चुनाव में धांधली के संबंध में अपने उम्मीदवारों की शिकायतें उचित कानूनी मंच पर दर्ज कराएंगे। अगर न्याय नहीं मिला तो जनता के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।

बिलावल ने कहा, बलूचिस्तान में जनादेश चुरा लिया गया है। सिंध में आगामी सरकार पूरी तरह से फॉर्म 45 के आधार पर बनाई जाएगी। साथ ही पीएमएल-एन के समर्थन से बलूचिस्तान में सरकार बनाई जाएगी। पीपीपी नेता ने कहा कि उनके पिता आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति पद के लिए पार्टी के उम्मीदवार होंगे। उन्होंने इसके लिए सभी दलों से सहयोग मांगा है। बिलावल ने कहा कि ‘यह देश को बचाने का समय है।’ संख्या बल पर पीपीपी अध्यक्ष ने कहा कि हमें न तो प्रधानमंत्री की कुर्सी चाहिए और न ही कोई मंत्रालय।