यूक्रेन में हथियार खरीदी में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश…इतनी रकम हड़प गए सेना के अधिकारी

 

Ukraine's Government Opens Website To Recruit Foreigners To 'International  Legion'

नई दिल्‍ली । यूक्रेन (ukraine)में सेना के लिए हथियारों की खरीद (purchase of weapons)में करीब 40 मिलियन डॉलर यानी करीब 33 अरब रुपए के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश (expose corruption)हुआ है. इस घोटाले में यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय और सेना के कई शीर्ष अधिकारी(top executive) शामिल हैं. संदेह के आधार पर 5 लोगों को नोटिस जारी कर दिया गया है, वहीं एक संदिग्ध को हिरासत में भी लिया गया है.

फरवरी में रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग को पूरे तीन साल हो जाएंगे. आज भी ये जंग बदस्तूर जारी है. दोनों ही देश एक दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं जिससे दोनों ही देशों में तबाही मची हुई है. हालांकि इस जंग में रूस का यूक्रेन पर भारी पड़ रहा है. रूस अकेले दम पर जंग में टिका है वहीं यूक्रेन को अमेरिका समेत तमाम देशों का समर्थन मिल रहा है. हालांकि वर्चस्व की इस लड़ाई में यूक्रेन को को जान माल का भारी नुकसान उठाना पड़ा है।

इस जगं के बीच में यूक्रेन एक बड़े सैन्य घोटाले का खुलासा हुआ है. यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (एसबीयू) के मुताबिक उसने देश की सेना के लिए हथियारों की खरीद में करीब 40 मिलियन डॉलर यानी करीब 33 अरब रुपए के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया है. इस घोटाले में यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय और सेना के कई शीर्ष अधिकारी शामिल हैं. खबर है कि इन लोगों ने हथियार खरीदने के नाम पर 40 मिलियन डॉलर हड़प लिए हैं।

पैसे देने के बाद भी नहीं मिले हथियार

सुरक्षा सेवा (एसबीयू) के मुताबिक जंग शुरू होने के 6 महीने के अंदर मोर्टार गोले खरीदने के लिए 2022 में लविव आर्सेनल के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट हुआ था. सशस्त्र बलों के लिए 100,000 मोर्टार गोले खरीदने के लिए यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने हथियार आपूर्तिकर्ता लविव आर्सेनल को करीब सारे पैसे दे दिए थे. बावजूद यूक्रेन की सेना को गोला-बारूद मुहैया नहीं हुआ था. एसबीयू ने बताया कि दी गई कुछ रकम बाल्कन सहित विदेशी खातों में ट्रांसफर की गई थी. जब इस मामले की जांच की जांच की गई तो इस धोखाधड़ी का पता चला।

5 लोगों को नोटिस जारी, एक संदिग्ध हिरासत में

सुरक्षा सेवा (एसबीयू) की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि इस मामले में संदेह के आधार पर 5 लोगों को नोटिस जारी कर दिया गया है. इनमें रक्षा मंत्रालय और हथियार आपूर्तिकर्ता के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं. वहीं एक संदिग्ध को हिरासत में भी लिया गया है. लविव आर्सेनल के सीईओ ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि गोला-बारूद अनुबंध के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को निकाल दिया गया है और कंपनी यूक्रेन को रकम वापस करने के लिए रक्षा मंत्रालय के साथ काम कर रही ह।

जेलेंस्की ने जताई तीसरे विश्व युद्ध की आशंका

इधर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक बड़ा बयान दिया है. रविवार 28 जनवरी को जर्मन राज्य प्रसारक एआरडी के साथ एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने तीसरे विश्व युद्ध की आशंका जाहिर की है. इंटरव्यू में जेलेंस्की ने कहा कि अगर रूस ने नाटो देश पर हमला किया तो ये तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत होगी. जेलेंस्की ने ये भी कहा कि जर्मन चांसलर (ओलाफ स्कोल्ज) इस खतरे से वाकिफ हैं।