ब्रिटेन में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की बढ़नेवाली हैं मुश्किलें, वीजा नियमों में हुआ ये बदलाव

नई दिल्ली। ब्रिटेन में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। सुनक सरकार के नए फैसले से स्टूडेंट वीजा के इस्तेमाल पर लगाम लगना शुरू हो जाएगी। दरअसल, देश में बढ़ते प्रवासियों की संख्या पर लगाम लगाने के लिए ब्रिटेन ने कड़े वीजा नियम लागू किए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कठोर वीजा नियमों के कारण लाखों लोग प्रभावित होंगे और ब्रिटेन जाने वालों की लोगों की संख्या में प्रत्येक साल 1 लाख 40 हजार से ज्यादा की कमी आएगी।

ब्रिटिश गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वीजा नियमों को सख्त करने का मुख्य उद्देश्य ब्रिटेन में प्रवेश पाने के लिए पिछले दरवाजे के रूप में स्टूडेंट वीजा के इस्तेमाल पर लगाम लगाना है। ब्रिटेन में इन वीजा नियमों को पिछले साल मई में तत्कालीन गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन ने पेश किया था। आधिकारिक आंकड़ों की बात करें तो साल 2019 के बाद से ब्रिटेन जाने वाले लोगों की संख्या में 930 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।

भारतीय छात्र नहीं ले सकेंगे ये सुविधा
ब्रिटेन में नए वीजा नियम लागू होने के चलते अब भारतीय छात्र अपने किसी आश्रित को नहीं ले जा सकेंगे। नए वीजा नियमों के तहत इसे अनुचित करार दिया गया है। ऐसे में इस साल ब्रिटिश यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट अपने पारिवारिक सदस्यों को भी साथ नहीं ले सकेंगे।

इन छात्रों को मिलेगी छूट
खास बात यह है कि यह वीजा नियम सभी भारतीय छात्रों पर लागू नहीं होंगे, जो स्टूडेंट पोस्ट ग्रेजुएट पढ़ाई के लिए, रिसर्च कोर्स के लिए य फिर गवर्नमेंट फंडेड स्कॉलरशिप के तहत पढ़ाई कर रहे हैं, उन भारतीय छात्रों को अपने साथ परिवार के सदस्यों को ले जाने की अनुमति होगी।

14 लाख भारतीय देते हैं 6 फीसदी योगदान
ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय लोगों की संख्या 14 लाख से अधिक है। यह वहां की आबादी का 2।5 प्रतिशत के बराबर है। ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में इन भारतीय लोगों का योगदान लगभग 6 फीसदी है। ऐसे में प्रवासियों की संख्या में कटौती करने, विदेशी छात्रों के साथ आने वाले आश्रितों पर रोक लगाकर और सिर्फ छात्रों को अनुमति देना, ब्रिटेन के लिए अर्थव्यवस्था को बनाए रखना चुनौती खड़ा कर सकता है।