चीतों ने बढ़ा दिए कूनो पालपुर के भाव; आसमान छूने लगे जमीन के दाम, होटल-रिसॉर्ट बनाने की होड़

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श्योपुर।अजयभारत न्यूज
राष्ट्रीय कूनो पालपुर अभ्यारण में चीते लाए जाने का रास्ता साफ होते ही कूनो के आसपास के इलाके की जमीनों की कीमत आसमान पर पहुंच गई है. स्थिति यह है कि पिछले साल तक जिस जमीन को लोग कौड़ियों के दाम खरीदने को तैयार नहीं थे, अब उन जमीनों को लोग 20 लाख रुपए बीघा के हिसाब से भी देने को तैयार नहीं हैं.
तारीख का ऐलान होते ही कूनो से लगे हुए टिकटोली, मोरावन, सेसईपुरा इलाकों की जमीनों की कीमतों को पंख लग गए हैं. कल तक जो ग्रामीण अपनी जमीनों को कौड़ियों के भाव लाख दो लाख रुपये बीघा में बेचना चाहते थे. अब वह कूनो में चीता प्रोजेक्ट की शुरुआत होने की खबर मिलने के बाद अपनी जमीनों को 20 लाख रुपए बीघा में भी बेचने को तैयार नहीं है. बाहर के उद्योगपति कूनों के आसपास होटल रिसोर्ट बनाने के लिए किसी भी कीमत पर जमीन खरीदने के लिए तैयार हैं. रोजाना बाहर की पार्टियां कूनों के आस पास के गांवों में पहुंचकर बिकाऊ जमीनों की तलाश कर रही है. ग्रामीण अपनी जमीनों को बेचने के लिए फिलहाल तैयार नहीं है. ज्यादातर ग्रामीणों ने मेन रोड की जमीनों पर खुद की दुकान और मकान बनाने का काम शुरू कर दिया है. उन्हें उम्मीद है कि, चीते आ जाने के बाद यहां इतने ज्यादा पर्यटक आने लगेंगे. वह घर बैठे अपनी दुकान के द्वारा महीने में अच्छा खासा कमा लेंगे. संपन्न लोगों ने अपनी जमीनों पर होटल रिसोर्ट बनाने का काम भी शुरू कर दिया है. अब बेहद पिछड़े हुए मोरावन और टिकटोली जैसे गांव की तस्वीरें बदलने लगी है.
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चीतों को लेकर इलाके के लोग बेहद खुश
कल तक जिस इलाके में कोई जाना तक पसंद नहीं करता था. चीते आने से पहले उस इलाके में बड़े-बड़े उद्योगपतियों से लेकर विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री तक आने लगे हैं. चीतों की वजह से ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दीदार श्योपुर सहित आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कराहल के लोग कर सकेंगे. क्षेत्र की तरक्की होने लगी है. टूटी फूटी सड़कें चमक उठी हैं. इसके अलावा उनके क्षेत्र को एक बड़ी पहचान मिलने जा रही है. जिसे लेकर लोग बेहद खुश हैं.

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