ग्वालियर नगर निगम पर पिछले 52 सालों से बीजेपी का कब्जा है,सिंधिया से लेकर तोमर सहित तमाम मंत्री एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं
ग्वालियर।मध्य प्रदेश नगर निकाय चुनाव में नामांकन वापस लेने का वक्त खत्म हो गया है। अंचल की नगर निगमों में इस बार चुनावी मुकाबला काफी रोचक होने की उम्मीद है। भाजपा और कांग्रेस के चुनावी गणित को बिगाड़ने की कोशिश में जहां आम आदमी पार्टी जुटी है, वहीं दोनों ही दलों को टिकट बंटवारे की वजह से कार्यकर्ताओं की नाराजगी को भी झेलना पड़ रहा है।
ग्वालियर में AAP भी लड़ाई में
ग्वालियर नगर निगम में महापौर पद के कुल सात उम्मीदवार हैं। यहां भाजपा की सुमन शर्मा और कांग्रेस की शोभा सतीश सिकरवार के बीच मुकाबला है। हालांकि आम आदमी पार्टी की रुचि राय ठाकुर भी चुनावी ताल ठोक रही हैं। मध्यप्रदेश में ग्वालियर सबसे बड़ा राजनीतिक गढ़ माना जाता है और यही वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस पार्टी का सबसे बड़ा ज्यादा फोकस ग्वालियर नगर निगम पर है। ग्वालियर नगर निगम पर पिछले 52 सालों से बीजेपी का कब्जा है।
ग्वालियर नगर निगम पर बीजेपी और कांग्रेस की कड़ी टक्कर है। कांग्रेस उम्मीदवार शोभा सिकरवार कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार की पत्नी हैं और विधायक अग्रवाल ग्वालियर में कांग्रेस के सबसे कद्दावर नेताओं में शामिल हैं। कांग्रेस उम्मीदवार के पास कार्यकर्ताओं की एक बड़ी टीम है और यही वजह है कि इस बार बीजेपी को कांग्रेस कड़ी टक्कर देने वाली है। दूसरी ओर बीजेपी उम्मीदवार सुमन शर्मा को जिताने के लिए पूरी बीजेपी एकजुट हो गई है। अंचल में सिंधिया से लेकर तोमर सहित तमाम मंत्री एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस पार्टी से बगावत कर कांग्रेस की पूर्व महिला अध्यक्ष रुचि राय ठाकुर ने अबकी बार आप पार्टी का दामन थाम लिया है। कांग्रेस पार्टी ने महापौर का टिकट नहीं दिया तो आप पार्टी में शामिल होकर महापौर उम्मीदवार के रूप में मैदान में आ गई हैं। इसकी वजह से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। स्थानीय गणित के मुताबिक, रुचि राय ठाकुर सबसे ज्यादा कांग्रेस का नुकसान करेंगी।
मुरैना में त्रिकोणीय मुकाबला
मध्य प्रदेश के मुरैना में महापौर पद के लिए कुल पांच उम्मीदवार हैं। यहां मुख्य मुकाबला भाजपा की मीना जाटव, कांग्रेस की शारदा सोलंकी और बसपा की ममता मौर्य के बीच है। मुरैना नगर निगम केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के संसदीय क्षेत्र में आती है और यहां पर बीजेपी ने अबकी बार एक जमीनी कार्यकर्ता को महापौर का टिकट दिया है। इससे पहले यहां भाजपा से के महापौर और पांच बार के सांसद अशोक अर्गल थे। वहीं कांग्रेस ने शारदा सोलंकी को महापौर उम्मीदवार बनाया है जो पिछली बार महापौर के चुनाव में काफी कम वोटों से हारी थीं। मुरैना नगर निगम में बीजेपी और कांग्रेस की कड़ी टक्कर है।
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