अपनी पूरी पार्टी के साथ कांग्रेस में शामिल हुए पप्पू यादव, भाजपा को जीरो पर आउट करने की रणनीति

Pappu Yadav launches party manifesto, promises film city in the name of  Sushant Singh Rajput | India News

पटना । पप्पू यादव अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर चुके है। लोकसभा चुनाव से प्रथम पूर्व सांसद ने जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय करने का निर्णय कर लिया। वो पूर्णिया सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं।

उनकी पत्नी रंजीत रंजन कांग्रेस की राज्यसभा सांसद हैं। उनके बेटे सार्थक भी कांग्रेस में शामिल हो चुके है। खबरों का कहना है कि, पप्पू यादव को कांग्रेस में शामिल कराने के पीछे प्रियंका गांधी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

हमारी विचारधारा सेक्यूलर- पप्पू यादव

खबरों का कहना है कि कांग्रेस में शामिल होने के उपरांत पप्पू यादव ने बोला है कि जन अधिकार पार्टी तीन चुनाव लड़ी। जिसमे दो विधानसभा और एक लोकसभा का चुनाव शामिल है। इस पार्टी को लंबा संघर्ष भी करना पड़ा। हमारी पार्टी सेवा, न्याय और संघर्ष के लिए जानी जाती है। हमारी पूरी विचारधारा कांग्रेस की आइडियोलॉजी के साथ हमेशा से ही थी। कांग्रेस की विचारधारा हमेशा हमें ऊर्जा प्रदान करती रही है। हमारी राजनीति की नींव सेक्यूलर रही है। किसी भी धर्म पर कोई हमला नहीं। हर परिस्थिति में दूसरे के विचारों का सम्मान मेरा इतिहास भी था।

राहुल गांधी की जमकर की तारीफ

इतना ही नहीं इस बारें में पप्पू यादव ने आगे बोला है कि, “दुनिया के सबसे बड़े तानाशाह से लड़ने की हिम्मत राहुल गांधी में हैं। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का विश्वास मेरे लिए सबकुछ है। 2 लोगों के भरोसे ने हमें हिम्मत दी है। हिंदुस्तान के लोगों को दिल किसी ने जीत लिया है तो वो राहुल गांधी हैं। किसी ने लोगों में उम्मीद जगाई है वो राहुल गांधी हैं। उनकी सामाजिक न्याय को लेकर जो कमिटमेंट है, हमने उससे प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय कर लिया है। हम लालू यादव और तेजस्वी यादव मिलकर 2024 का चुनाव और 2025 का विधानसभा चुनाव भी जीतने वाले है।

बिहार में भाजपा को जीरो पर आउट करने की रणनीति

इससे पहले मंगलवार को पप्पू यादव ने RJD चीफ लालू यादव और बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ मुलाकात की थी। मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए पप्पू यादव ने बोला है कि पारिवारिक माहौल में मुलाक़ात हुई। मिलकर बिहार में भाजपा को जीरो पर आउट करने की रणनीति पर चर्चा हुई। बिहार में इंडिया गठबंधन की मज़बूती, सीमांचल, कोसी, मिथिलांचल में 100 फीदी सफलता लक्ष्य है।