काशी को कोहरे की चादर ने ढका, सर्द हवा से लोग कांपे

वाराणसी । पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ के असर से काशी सहित पूरे पूर्वांचल के जिलों में कोहरे की चादर जमीन से आसमान तक तन गई है। धुंध, सर्द पछुआ हवा के साथ ठंड ने लोगों को ठिठुरने पर विवश कर दिया। गर्म कपड़ों के पहनने के बाद कंपीकंपी पीछा नहीं छोड़ रही।

रविवार को भी भोर से घने कोहरे और गलन के कारण लोग घरों में ही रहे। आवश्यक कार्य से लोग बाहर निकलते रहे। सुबह कोहरा इतना घना था कि लोगों को वाहन चलाने में मुश्किल हो रही थी। सुबह 9 बजे तक शहर में दो पहिया, चार पहिया चलाने वाले गाड़ियों की लाइट जलाकर चलते रहे। सबसे अधिक परेशानी जीटी रोड पर गाड़ी चलाने वालों को हुई। सुबह 9 बजे तक शहर में धुंध और कोहरे के बीच अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस,न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस,नमी 98 फीसदी दर्ज की गई। बीते शुक्रवार को जहां अधिकतम तापमान 18.2 और न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। शनिवार शाम से कोहरा ने डेरा जमाना शुरू कर दिया था। देर शाम तक दृश्यता काफी कम हो गई थी। इससे सड़कों पर भी सन्नाटा पसरने लगा। सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी रही।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अभी एक दो दिन ऐसे ही मौसम रहने के आसार हैं। मकर संक्रांति के बाद ठंड और बढ़ सकती है। वातावरण में व्याप्त नमीं व पछुआ हवाओं के कारण अगले तीन-चार दिनों तक तापमान में गिरावट के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता की वजह से उत्तर पश्चिमी हवाएं चल रही हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार फिलहाल अभी बारिश के कोई आसार नहीं है। सुबह और रात में तापमान में कमी के कारण गलन बनी रहेगी। उधर,बाबतपुर एयरपोर्ट पर कम दृश्यता के चलते विमानों के उड़ान पर भी असर पड़ रहा है। लैंडिग के पहले विमान हवा में काफी देर तक चक्कर काट रहे हैं ।